सुनिल इंगोले
अमरावती – राज्य में तृतीय पंथीय समुदाय को भी मुख्यमंत्री ‘मेरी लाडली बहन योजना’ का लाभ मिलना चाहिए। तृतीय पंथीय भी समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उन्हें इस योजना से वंचित रखना अन्यायपूर्ण होगा। यह कहना तृतीय पंथीय समुदाय के नेताओं का हैं। मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके जीवन स्तर को ऊँचा उठाना है। ऐसे में तृतीय पंथीय, जिन्हें अक्सर सामाजिक और आर्थिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है. इसलिए सरकार ने इस योजना में तृतीय पंथीय को दायरे में शामिल करना आवश्यक है। तृतीय पंथीय समुदाय के प्रतिनिधियों ने राज्य सरकार से अपील की है कि वे इस योजना में संशोधन करें और तृतीय पंथीयों को भी इसका लाभ प्रदान करें। तृतीय पंथीय को इस योजना में शामिल करने का सरकार उठाए जानेवाला कदम न केवल समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल होगा, बल्कि समाज में तृतीय पंथीयों की स्थिति में सुधार लाने में भी सहायक होगा। सरकार की तरफ से अभी इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन तृतीय पंथीय समुदाय की यह मांग समाज में समानता और न्याय के सिद्धांतों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
तृतीय पंथीय समुदाय के लोगों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करना अत्यंत आवश्यक है। “लाड़ली बहन योजना के तहत हम तृतीय पंथीय समुदाय को भी शामिल करना चाहिए, ताकि उन्हें भी आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा मिल सके।” जिससे वे समाज में अपनी पहचान और अधिकारों के लिए मजबूती से खड़े हो सकें – यशोमती ठाकुर ( कांग्रेस नेता )