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ऐसा लग रहा है कि दिल्ली कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो रविवार को एआईसीसी के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया (Deepak Babria) के आवास पर एक बैठक हुई थी। इस बैठक के दौरान दीपक बाबरिया और पार्टी नेता राजकुमार चौहान (Rajkumar Chauhan) के बीच तीखी बहस हुई थी। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मसले को लेकर दिल्ली कांग्रेस की डिस्प्लिनरी कमेटी ने मंगलवार को एक बैठक की। इसमें पार्टी नेता राजकुमार चौहान (Rajkumar Chauhan) के खिलाफ शिकायतों पर कोई कार्रवाई की जाए या नहीं इस पर चर्चा हुई। हालांकि फैसला एआईसीसी पर छोड़ दिया।
पार्टी के एक बयान के अनुसार, नरेंद्र नाथ (Narendra Nath) की अध्यक्षता में दिल्ली कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को दिल्ली के पूर्व मंत्री और एआईसीसी सदस्य राजकुमार चौहान के खिलाफ शिकायतों पर फैसला करना चाहिए। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि समिति उन नेताओं की पहचान करेगी जिन्होंने कांग्रेस के तीन उम्मीदवारों को दिल्ली कांग्रेस प्रमुख मीडिया के सामने पेश किए जाने के दौरान नारे लगाए थे। उन नेताओं को अनुशासन को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
समिति ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पार्टी विरोधी किसी भी गतिविधि में शामिल ना हों और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत के लिए काम करें। बता दें कि सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक गुट ने उत्तर पश्चिम दिल्ली से उम्मीदवार उदित राज (Udit Raj) के नामांकन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ता दीन दयाल उपाध्याय मार्ग (Deen Dayal Upadhyay Marg) पर कांग्रेस दफ्तर के बाहर जमा हुए। इन्होंने चुनाव में कुछ उम्मीदवारों को बाहरी बताकर उनके खिलाफ नारे लगाए।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के तहत लोकसभा चुनाव लड़ रही है। सीट-बंटवारे की व्यवस्था के तहत कांग्रेस ने तीन जबकि AAP ने चार सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस ने उत्तर पश्चिम दिल्ली से उदित राज (Udit Raj), चांदनी चौक से जय प्रकाश अग्रवाल (Jai Prakash Agarwal) और उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को चुनावी मैदान में उतारा है। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे।