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19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान पिछले चुनाव के मुकाबले कम दर्ज किया गया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपना चुनाव प्रचार और तेज कर दिया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने भाषणों में विपक्ष पर और ज्यादा आक्रामक दिखाई दे रहे हैं। पीएम मोदी अब चुनावी रैलियों में ‘एम फैक्टर’ पर जोर देते दिखाई देते हैं। ‘M फैक्टर’ का मतलब मंगलसूत्र, मुस्लिम और मैनिफेस्टो। राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री ने इन तीनों शब्दों का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टों में ही कहा है कि आपकी संपत्ति को लेकर वे ज्यादा बच्चे वालों को दे देंगे। उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुस्लिमों का है।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस आपके खिलाफ साजिश कर रही है। कांग्रेस की नजर आपके मंगलसूत्र तक पर है। अलीगढ़ में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस आपकी संपत्ति को लेकर सबमें बांट देना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के शासन में एक समुदाय को अपने धर्म का पालन करने में भी मुसीबत पैदा हो गई थी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में यह हाल है कि लोगों को हनुमान चालीसा बजाने पर भी प्रताड़ित किया जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस के शासन में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो गया। पीएम मोदी ने कहा, हमने देश के सामने सच रख दिया है। कांग्रेस आपकी संपत्ति पर कब्जा करने का विचार कर रही है। इसके बाद वह कुछ चुने हुए लोगों में इसे बांट देगी। यह बात कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में लिखी है। बता दें कि प्रधानमंत्री ने जब मुस्लमों का नाम लिया तो विपक्षी दलों ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की और कहा कि पीएम मोदी हिंदू-मुस्लिम करके ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से पीएम मोदी पर ऐक्शन लेने की मांग की है।
क्या है भाजपा का ‘M’ फैक्टर
एक समय था जब राजनीतिक दल एम-वाई फैक्टर पर विश्वास करते थे। 90 के दश्क में आरजेडी इसी फैक्टर की बदौलत बिहार की सत्ता पर काबिज थी। हालांकि 2014 में मोदी की सरकार आने के बाद एम-वाई फैक्टर गायब हो गया। विपक्षा का कहना है कि जिस तरह से पीएम मोदी मुस्लिमों के लिए घुसपैठिया और जिनके ज्यादा बच्चे हैं जैसी बातों का प्रयोग कर रहे हैं इससे समाज में गैप बढ़ जाएगा। पीएम मोदी जब मंगलसूत्र की बात करते हैं तो वे हिंदू महिलओँ को संबोधित करते हैं।
एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने विविधता की बात की थी। इसके अलावा उन्होंने पसमांदा मुसलमानों के हितों की भी बात की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि किसी के भी साथ कोई भेदभाव नहीं होता है। वहीं जब वह रैली में पहुंचे तो उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगा दिया कि वह विशेष वर्ग को फायदा देना चाहती है। बात करें पहले चरण के चुनाव की तो 102 सीटों में हुआ मतदान पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा कम था। इसको लेकर तरह-तरह की बातें कही गईं। विपक्ष यह जानकर खुश है कि भाजपा से निराश होकर लोग कम वोट कर रहे हैं। वहीं भाजपा भी इसकी वजहें बता रही है। जानकारों का कहना है कि ज्यादा गर्मी भी कम वोटिंग की वजह हो सकती है।