First Phase Voting: लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को मतदान शुरू होने के साथ ही विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनावी महाकुंभ का शंखनाद होने जा रहा है। पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर मतदान होगा। इसके साथ ही पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश (60 सीटें) और सिक्किम (32 सीटें) में विधानसभा चुनाव भी होंगे।
इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सर्बानंद सोनोवाल और भूपेन्द्र यादव, कांग्रेस के गौरव गोगोई, द्रमुक की कनिमोई शामिल हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार मतदान सुबह सात बजे शुरू हो कर शाम छह बजे तक चलेगा। आयोग ने 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर 18 लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया है।
इन मतदान केंद्रों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष, 8.23 करोड़ महिलाएं और 11,371 थर्ड जेंडर शामिल हैं। 35.67 लाख लोग पहली बार मतदाता बने हैं। इसके साथ ही 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और अधिक सीटें जीतने के लिए प्रयास कर रहा है वहीं विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक 2014 और 2019 के चुनावों में लगातार हार के बाद वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।
इन राज्यों की सीटों पर होगा मतदान
पहले चरण में जिन राज्यों की सभी सीटों पर मतदान होगा उनमें तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) शामिल हैं। इसके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर और छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान होगा। पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार बुधवार शाम समाप्त हो गया।
पहले चरण के बड़े चेहरे
इस चरण में गडकरी, सोनोवाल और यादव के अलावा, छह अन्य केंद्रीय मंत्री – किरेन रीजीजू, संजीव बालियान, जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, एल मुरुगन और निशीथ प्रमाणिक, दो पूर्व मुख्यमंत्री – बिप्लब कुमार देब (त्रिपुरा) और नबाम तुकी (अरुणाचल प्रदेश) तथा तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन मैदान में हैं। पिछले चुनाव (2019) में संप्रग ने इन 102 सीटों में से 45 और राजग ने 41 सीटें जीती थीं।
नितिन गडकरी
सबसे लंबे समय तक सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की कमान संभालने वाले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी फिर नागपुर से मैदान में हैं। इस बार उनकी नजर हैट्रिक पर है। इस सीट पर उनका सामना कांग्रेस के विकास ठाकरे से है।
किरेन रिजिजू
अरुणाचल पश्चिम सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने की कोशिश में हैं। यहां उन्हें कांग्रेस के नाबाम तुकि चुनौती दे रहे हैं।
कोयम्बटूर
तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के अन्नामलाई कोयम्बटूर से चुनाव लड़ रहे हैं। 39 साल के पूर्व IPS अधिकारी ने राजनीति में कदम रखने से पहले 2019 में ही पद से इस्तीफा दे दिया था। राज्य में सत्तारूढ़ डीएमके ने अन्नामलाई के सामने गनपति पी राजकुमार को मैदान में उतारा है।
गौरव गोगोई
2014 और 2019 में कलियाबोर से जीत हासिल करने वाले कांग्रेस के युवा चेहरे गौरव गोगोई इस बार जोरहट से मैदान में हैं। खास बात है कि बीते दो लोकसभा चुनाव से इस सीट पर भाजपा जीत हासिल कर रही है। जबकि, कभी जोरहट को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था।
नकुलनाथ
2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने एमपी की 29 में से 28 सीटें हासिल की थी। तब कांग्रेस का एमपी में खाता खोलने में दिग्गज नेता कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सफल हुए थे। इस बार वह फिर कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर छिंदवाड़ा सीट से मैदान में हैं।
जितिन प्रसाद
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद को पार्टी ने पीलीभीत से टिकट दिया है। इससे पहले इस सीट पर वरुण गांधी चुनाव लड़ चुके हैं। खास बात है कि प्रसाद को 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।