मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में एक और उपलब्धि जुड़ गई। भारतीय शेयर मार्केट का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 25000 के लेवल से 75000 के लेवल को पार कर गया। यह इतिहास मंगलवार 9 अप्रैल को रचा गया। सेंसेक्स का यह प्रदर्शन भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार की पिछली सफलताओं को बताता है।
मंगलवार को नवरात्र, नव संवत्सर और गुड़ी पड़वा की धूम में सेंसेक्स-निफ्टी भी बूम-बूम कर रहे थे। सेंसेक्स ने कारोबार की शुरुआत ही 75000 के लेवल से ऊपर 75,124 अंक से की। यह इसका नया ऑल टाइम हाई भी है। बाद में कुछ मुनाफावसूली के चलते सेंसेक्स 59 अंक नीचे 74,684 पर बंद हुआ। एनएसई पर निफ्टी भी शुरुआती कारोबार के दौरान 22,768 अंक के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया, लेकिन 24 अंक की गिरावट के साथ 22,643 पर बंद हुआ।
मोदी के कार्यकाल में निवेशकों की संपत्ति पांच गुना बढ़ी
सेंसेक्स के लिए 75000 मील का पत्थर: बीएसई के एक और प्रमुख मील के पत्थर 400 लाख करोड़ रुपये के मार्केट को पार करने के एक दिन बाद आया। पिछले 10 वर्षों में जब से मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार सत्ता में आई है, निवेशकों की संपत्ति पांच गुना बढ़ गई है।
2014 में सेंसेक्स 21222 के स्तर पर था
2014 में पीएम मोदी पहजी बार देश के प्रधानमंत्री बने। सेंसेक्स ने 21222 के स्तर से 2014 में कदम रखा। मई में मोदी सरकार सत्ता में आई और साल के अंत में सेंसेक्स 27499 के लेवल पर पहुंच गया। इसके अगले साल सेंसेक्स 30024 के हाई लेवल तक पहुंचा, लेकिन 26117 पर बंद हुआ। साल 2016 भी सेंसेक्स 26101 से 29077 के बीच झूलता रहा और 26626 पर बंद हुआ।
2017 में सेंसेक्स ने भरी उड़ान
साल 2017 में सेंसेक्स ने 26711के लेवल से एंट्री की। इस साल सेंसेक्स ने उड़ान भरते हुए साल का अंत 34056 के स्तर से किया। साल 2018 में सेंसेक्स 38989 के हाई तक पहुंचा, लेकिन अंत में बंद हुआ 36068 पर। साल 2019 के चुनावी साल में सेंसेक्स 36161 के स्तर से एंट्री ली और मोदी सरकार के दोबारा सत्ता हासिल करने के बाद 41253 के स्तर पर बंद हुआ।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी बमबम बोल रहा बाजार
2019 में करीब 5000 अंकों की उछाल पाने के बाद सेंसेक्स 41349 के लेवल के साथ साल 2020 में प्रवेश किया और निकला तो यह इंडेक्स 47751 के लेवल से। इसके बाद साल 2021 में सेंसेक्स करीब 11000 उछलकर 47785 से 58263 तक पहुंचा। साल 2022 में यह 58310 से 60840 तक पहुंचा। साल 2023 में 60871 से 72240 तक पहुंचा। इस साल अभी चार महीने भी पूरे नहीं हुए सेंसेक्स 75000 के लेवल को भी पार कर गया।
सेंसेक्स के इस शानदार सफर में मोदी सरकार की नीतियां भी बड़ी वजह बनीं। पिछले दशक की सफलताओं में भारत का 1.7 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप अर्थव्यवस्था से अब 4.8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना, दुनिया की सबसे तेज निपटान प्रणालियों (टी+1) में से एक की स्थापना करना, सबसे तेज आईपीओ प्रक्रियाओं में से एक है जिसमें खुदरा क्षेत्र शामिल है, ये कुछ ऐसे स्टेप्स हैं, जो निवेशकों में विश्वास पैदा करते हैं।